Ticker

6/recent/ticker-posts

गुजरात में ज़हरीली शराब से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 42 हुई, अब तक 15 गिरफ्तार

गुजरात में ज़हरीली शराब से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 42 हुई, अब तक 15 गिरफ्तार
  • 1hr
  • 00

अहमदाबाद, 27 जुलाई (भाषा) गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। राज्य के एक मंत्री ने बुधवार को यह जानकारी दी।

राज्य के एक मंत्री ने बुधवार को यह जानकारी दी।

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने गांधीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस 10 दिनों में मामले में आरोपपत्र दाखिल करेगी और मामला त्वरित सुनवायी अदालत (फास्ट ट्रैक कोर्ट) में चलेगा। उन्होंने कहा, ''गुजरात के बोटाद जिले में दो दिन पहले अत्यधिक विषैले मिथाइल अल्कोहल से युक्त जहरीली शराब के सेवन से अब तक 42 नागरिकों की मौत हो चुकी है। रसायन प्राप्त करने वाले मुख्य आरोपी समेत लोगों को शराब बेचने वाले पंद्रह प्रमुख आरोपी पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं।''

उन्होंने कहा कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में अब भी करीब 97 लोग भर्ती हैं। संघवी ने कहा, ''पुलिस 10 दिनों में मामले में आरोपपत्र दाखिल करेगी और त्वरित सुनवायी अदालत में मामला चलेगा।'' उन्होंने कहा कि सरकार मामले में एक विशेष लोक अभियोजक भी नियुक्त करेगी।

बोटाद और अहमदाबाद पुलिस ने मंगलवार को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत लगभग 20 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की। मामले के संबंध में अब तक कम से कम 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अधिकारी ने बताया कि वडोदरा ग्रामीण पुलिस ने बुधवार को बोटाद में बरवाला पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामित आरोपी जतुभा राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया जो मामला दर्ज होने के बाद से फरार हो गया था।

ज़हरीली शराब का यह मामला सोमवार को सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने 'मिथाइल अल्कोहल' (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है। वे 20 रुपये 'पाउच' के दाम पर उसे गांववालों को बेचते थे। पुलिस के अनुसार, फॉरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने 'मिथाइल अल्कोहल' का सेवन किया था।

इस त्रासदी के बाद संघवी ने घोषणा की कि राज्य के गृह विभाग ने राज्य में मिथाइल अल्कोहल के उत्पादन और बिक्री पर नियंत्रण कड़ा करने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के गृह विभाग ने मामले की विस्तृत जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है। समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि जयेश उर्फ राजू नामक एक व्यक्ति ने अहमदाबाद में एक गोदाम से 600 लीटर 'मिथाइल अल्कोहल' चोरी किया था। राजू उस गोदाम में बतौर प्रबंधक काम करता था। उसने चुराया गया 'मिथाइल अल्कोहल' बोटाद में रहने वाले अपने एक रिश्ते के भाई संजय को 25 जुलाई को 40 हजार रुपये में बेच दिया था।

पुलिस ने कहा, ''यह जानते हुए भी कि यह एक औद्योगिक विलायक (सॉल्वेंट) है, संजय ने बोटाद के विभिन्न गांवों के शराब विक्रताओं को इसे बेचा। इन विक्रेताओं ने इस रसायन को पानी में मिलाकर देशी शराब बताते हुए लोगों को बेचा।''

इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुजरात में पिछले तीन दिनों में 40 से अधिक लोगों की जान लेने वाली शराब त्रासदी को लेकर बुधवार को भाजपा सरकार के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के इस्तीफे की मांग की। आप की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने बोटाद नगर में भाजपा कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ धरना दिया।

Post a Comment

0 Comments