कूल्हे में दर्द की समस्या इन दिनों लोगों में बहुत आम है। हम में से ज्यादातर लोग कूल्हों में दर्द की समस्या से आए दिन परेशान रहते हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के उपाय ढूंढते रहते हैं। कूल्हों में दर्द के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे शारीरिक गतिविधियां न करना, एक जगह पर लंबे समय तक बैठना या गतिहीन जीवनशैली आदि। लेकिन ज्यादा समय तक इस समस्या को नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है। इसके लिए आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे कि वह आपको सही उपचार प्रदान कर सके। हालांकि कूल्हों के दर्द से छुटकारा दिलाने में व्यायाम करने से बहुत लाभ मिल सकता है। यहां तक कि कुछ योगासनों का अभ्यास करने से कूल्हों के दर्द से जल्द छुटकारा मिल सकता है। इस लेख में हम आपको कूल्हों के दर्द से राहत पाने के लिए 3 योगासन (Yoga Poses For Buttocks Pain In Hindi) बता रहे हैं।
कूल्हे के दर्द के लिए योग- Yoga To Reduce Buttocks Pain In Hindi
1. सेतुबंध आसन (Bridge Pose)
सेतुबंध आसन या ब्रिज पोज का अभ्यास करने से मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होता है। साथ ही पॉश्चर में भी सुधार होता है। कूल्हों की मांसपेशियों में लचीलापन को बढ़ावा देता है।
कैसे करें
- इसके लिए योग मैट दोनों पैरों को घुटनों मोड़कर पीठ के बल सीधा लेट जाएं।
- अब अपने पैरों को हिप्स के पास लाएं और अपने हाथों से पैरों को स्पर्श करने का प्रयास करें।
- अब अपने शरीर को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें कि आपके कंधे जमनी पर ही रहें।
- कुछ सेकेंड्स के लिए इस पोजीशन में बने रहें, उसके बाद सामान्य मुद्रा में वापस आ जाएं।
2. बालासन (Child Pose)
बालासन का अभ्यास पीठ के निचले हिस्से से लेकर गर्दन में दर्द से से छुटकारा दिलाने के लिए बहुत प्रभावी है। यह आपके टखनों, घुटनों और कूल्हों को स्ट्रेच करने में मदद करता है और दर्द से राहत प्रदान करता है।
कैसे करें
- योगा मैट पर कूल्हों और एड़ी की मदद से बैठ जाएं
- आगे की ओर झुकें और माथे को जमीन से स्पर्श करें
- हाथों को शरीर के दोनों ओर से आगे की ओर बढ़ाते हुए जमीन पर रखें।
- अब धीरे से छाती से जांघों पर दबाव डालें
- कुछ सेकेंड्स के लिए इस मुद्रा में रहें।
- अब धीरे से उठकर एड़ी पर बैठ जाएं और अपनी रीढ़ की हड्डी को धीरे-धीरे सीधा करें।
नोट: प्रेगनेंट महिलाएं, घुटनों व जोड़ों में चोट, दस्त और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या वाले लोग इसका अभ्यास करने से बचें।
3. अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose)
यह कूल्हों की मांसपेशियों, पैर की नसों, पिंडली और बाजू में खिंचाव लाने के लिए बहुत प्रभावी है। यह कूल्हों में गतिशीलता और लचीलापन लाने में मदद करता है। पीठ दर्द रहता है, सिर दर्द जैसी समस्याओं के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है।
कैसे करें:
- योग मैट बिछाएं और उस पर सीधे खड़े हो जाएं
- दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं और जमीन की ओर झुकें।
- ध्यान रखें कि झुकते समय आपके घुटने और हाथ एकदम सीधे रहें। अपनी पोजीशन धनुष की तरह बना लें।
- इस दौरान आपके हाथ और टांग एकदम सीधे होने चाहिए। अब गहरी लंबी सांस लेते हुए और कूल्हों पर जोर डालें।
- अपने हाथों को पूरी तरह से जमीन पर टिकाएं और अपने कूल्हों को जितना हो सके उतना ऊपर उठाने की कोशिश करें।
- अपने सिर को जमीन की तरफ रखें और नजरों को पैरों की ओर।
- इस पोजीशन में तब तक रहें, जब तक आप संतुलन बनाकर रख सकते हैं।
इन योगासनों का अभ्यास करने से कूल्हों के दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। कोशिश करें कि आप 15-20 मिनट इनका अभ्यास जरूर करें।
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