Lalu Yadav Jail Update राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव एक बार फिर जेल की सलाखों के अंदर चले गए हैं। चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया है। इस मामले में फैसला आते ही रोहिणी आचार्य ने कई ट्वीट किए हैं।
पटना, आनलाइन डेस्क। Lalu Yadav Jail Political Reaction: चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले डोरंडा कोषागार केस में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची की कोर्ट ने दोषी ठहरा दिया है। खास बात है कि इस मामले में सजा 18 अगस्त को सुनाई जाएगी। फिलहाल लालू यादव को जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। सबसे तल्ख और त्वरित टिप्पणी लालू-राबड़ी की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने ट्विटर अकाउंट पर किए हैं। वह सिंगापुर में रहती हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर न्यायपालिका को ही कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। दूसरी तरफ, भाजपा नेता और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बबूल का पेड़ बोने पर आम कहां से मिलेगा।
ये भी पढ़ें, जेल जाने से ठीक पहले तक क्यों हंस रहे थे लालू यादव, राजद नेताओं ने ट्वीट कर खोला राज
लालू को दोषी करार देते ही गरम हुईं रोहिणी
लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी ने मंगलवार की सुबह अपने पिता की तस्वीर साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि गरीब और वंचित के खिलाफ हो रहे जुल्म के विरोध में आवाज उठती रहेगी। यह ट्वीट लालू को दोषी करार दिए जाने से पहले का है। पिता को दोषी करार दिए जाने के साथ ही उनकी भाषा बदल गई। उन्होंने न्यायपालिका की भूमिका पर ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए और एक के बाद एक कई ट्वीट करती गईं। इस कड़ी में वे न्यायपालिका की मर्यादा का सम्मान करना भी भूल गईं।
ये भी पढ़ें, लालू यादव के उभार की कहानी चमत्कार जैसी, बिहार के गांव से उठे और दिल्ली तक मचाई हलचल
बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय : सुशील मोदी
डोरंडा कोषागार से करीब 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी मामले में सीबीआइ कोर्ट द्वारा लालू प्रसाद को दोषी करार देते ही पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि, बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय। मोदी ने कहा, जैसी करनी वैसी भरनी। उन्होंने कहा लालू प्रसाद जब तक सरकार में रहे उन्होंने गरीबों, दलितों का जमकर शोषण किया। चारा घोटाला किया। उन्हें इस घोटाले के पांचवे मामले में दोषी करार दिया गया है।
ये भी पढ़ें, लालू यादव को पहले ही हो चुकी है 27 साल की सजा, चारा घोटाले का पांचवां मामला बना मुसीबत
पांचवां मामला जिसमें लालू दोषी करार
लालू हर बार सजा सुनाए जाने के बाद कहते हैं उन्हें राजनीतिक विरोध की वजह से फंसाया गया। जबकि हकीकत यह है यह पांचवां मामला है, जिसमें कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया है। लालू प्रसाद खुद बताए कि जब इस मामले की चार्जशीट हुई तो किसकी सरकार थी। वे खुद रेल मंत्री थे। देश मे देवेगौड़ा की सरकार थी। किदवई साहब बिहार के राज्यपाल थे उन्हीं के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। लालू प्रसाद के वश चलता तो मामले को रफादफा कर दिया होता।
तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के बयानों का इंतजार
राजद समर्थकों को इस मामले पर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बयानों का इंतजार है। राजद समर्थक कई नेताओं ने कहा है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। तेज प्रताप यादव ने आज अपनी सुरक्षा को लेकर एक ट्वीट किया है, लेकिन पिता को कोर्ट की ओर से दोषी ठहराए जाने पर रोहिणी को छोड़कर लालू परिवार के किसी सदस्य ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया दोपहर एक बजे तक भी नहीं दी थी।
ये भी पढ़ें, पटना में चिराग पासवान हुए गिरफ्तार, नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की कर रहे थे मांग
खास आपके लिए
रोमांचक गेम्स खेलें और जीतें
एक लाख रुपए तक कैशअभी खेलें
0 Comments